क्या हे अन्तरिक्ष और ब्रम्हांड के बिच का अंतरDifference between Space And Universe
दोस्तों जब भी हम अन्तरिक्ष
और ब्रम्हांड का नाम लेते हे तो आपके और हमारे मन के क्या आता हे.की ये दोनों एक
ही हे.पर असल में एसा नहीं हे. एन दोनों में कुछ समानताये और कुछ भिन्नता हे.जोकि
आज हम एस आर्टिकल में जानने वाले हे क्या हे अन्तरिक्ष और ब्रम्हांड के बिच का अंतर (Difference between Space And Universe).
तो दोस्तों अगर आप भी मेरी
तरह Space Science में रूचि रखते हे तो आज का ये आर्टिकल खास तोर पर सिर्फ आपके लिए ही हे. और अगर
आपको इसमे रूचि ना भी हे तो भी मेरी एसी इच्छा के की आप एस Artical पूरा ध्यान से पढ़े.क्योकि इससे आपको बहुत कुछ नया और Intresting जानने को मिलेगा.
तो चलिए शुरू करते हे आज का हमारा ये आर्टिकल.
दोस्तों अन्तरिक्ष यानि हमारे धरती के वायुमंडल के बहार और खगोलीय पिंडो के बिच की खाली जगह को हम आज तक अन्तरिक्ष समजते हे .और हम बचपन से ये सुनते और सीखते आये हे की अन्तरिक्ष में कुछ भी नहीं हे ना पानी हे ना हवा और ना ही Gravitational Force.
हम लोगोने हॉलीवुड Movies में देखा ही हे. की किस तरह astronauts space में gravity न होने के वजहसे त्तेरने लगते हे.
पर असल बात ये हे की अन्तरिक्ष पूरी तरह खाली नहीं हे. ये सच बात हे की अन्तरिक्ष एक Hard Vacuum वाली जगह हे पर फिर भी अन्तरिक्ष में कुछ मात्रा में पार्टिकल मोजूद हे.
पार्टिकल में जो चीजे शामिल हे कुछ element जेसे की Hydrogen,Magnatic field,Nutrinos, dust,Cosmic rays,और भी बहुत कुछ.
यानि की इससे साफ होता हे की अन्तरिक्ष पूरी तरह खली नहीं हे.और यहाँ भी energy मोजूद हे.तो अब हमारा मुख्य विषय हे की क्या हे अन्तरिक्ष और ब्रम्हांड के बिच का अंतर-(Difference Between Space And Universe)
350 इ पूर्व BCE ग्रीक फिलोसोफेर अरिस स्टोर ने ये कहा था की प्रकुति vaccum के खिलाफ हे.जिसका मतलब हे की पुरि कायनात में कही भी खाली जगह नहीं हे. एस theory को Horror Vacui कहा गया हे.
17 वि शताब्दी में फ्रेंच फिलोसोफेर Rene descartes ने ये कहा था जोकि सिर्फ उनका तर्क था की अन्तरिक्ष जरुर पूरी तरह भरा होंगा. क्योकि vaccum तो हमारे प्रकुति के खिलाफ हे और एसा होना कदाबी संभव नहीं हे.
पर तभी यानि उसी समय में महान और लोकप्रिय Scientist Galileo Galilei ये जानते थे की हवा का भी Mass होता हे और साथ ही में जिस चीज का Mass होता हे उसमे Gravitional Force होता हे.
इन्ही सब बातो से और Galileo Galilei के रिसर्च से उनकेही एक छात्र Evangelista Torricelli ने सन 1633 में एक उपकरण की रचना की जिसका नाम था Mercury barometer जिसका कम ये था की उसके जरिये हम वायुमंडलीय दबाव (Atmosphere pressure) को measure किया जा सकता था.
और साथ ही में फ्रेंच Scientist Blaise Pascal ने ये कहा की जब अगर हवा में Mass हे तो ये जरुर दबाव डालेगा.और Barometer में Mercury अपने स्थान में बना रहेगा.पर कम Atmosphere pressure वाली जगह पर जाने से Barometer में Mercury Colloum छोटा होना चिहिए.
इसी बात का परिक्षण करने के लिए साल 1638 में Florin Perier Barometer को लेकर फ्रांस के एक पर्वत पर चढ़े और उन्होंने ये देखा की उचाई पर जाने से Barometer में Mercury Colloum निचे जा रहा हे.यानि इसका मतलब हे की उचाई पर Atmosphere pressure कम होता हे.
फिर इसके बाद साल 1650 में जर्मन Scientist Otto Von Guericke ने एक खास उपकरण की रचना की जोकि था एक vaccum pump पर लोगो का मानना हे की ये उपकरण इसलिए खास था क्योकि ये प्राचीन भौतिक सिद्धांतो को गलत साबित करने वाला था.
हमने horror vacui में देखा था की प्रकुति में vaccum संभव नहीं हे पर एस उपकरण से ये गलत साबित होता था.और एन्हिकी वजहसे ये पता चला की हमारे पृथ्वी का वायुमंडल इसे एक खोल की तरह घेरे रखता हे.
जिसकी Density उचाई पर जाने से कम होती हे. और एन्हिकी वजह से ये भी पता चला की हमारे धरती और चाँद के बिच की जगह असल में vaccum हे.और ईसी तरह ये साफ हो गया की अन्तरिक्ष असल में vaccum हे और वहा पर कोई वायुमंडल नहीं होता.but वहा पर कुछ मात्रा में अलग अलग पार्टिकल जरुर होते हे.
अन्तरिक्ष यानि वो जगह जो वायुमंडल के बाहर होता हे और खगोलीय पिंडो के बिच होती हे जहा कुछ भी नहीं होता हे.
अब इससे हमें ये साफ साफ पता चल गया की अन्तरिक्ष क्या होता हे.
पर क्या आपको पता हे की अतरिक्ष के भी कुछ अलग अलग rigions हे.
अन्तरिक्ष को कुछ विशेषताओ के आधार पे विभाजित किया गया हे.
जोकि कुछ एस तरह हे सबसे पहले
इसे भी पढ़े:-
ये वो जगह हे जिसमे धरती का उपरी वायुमंडल और Magnatic स्तर आता हे.
हम ये भलीभाती जानते हे की हमारे धरती के सतह से 100 km के उपरसेही अन्तरिक्ष शुरू हो जाता हे.पर हमारा वायुमंडल एससे भी आगे तक दूर दूर तक फैला हुआ हे.
फिर Geospace के बाद से शुरू होती हे CislunarSpace ये वो भाग हे जो धरती के वायुमंडल के बहार से लेकर चाँद तक फैला हुआ हे.
अब CislunarSpace बाद आता हे Interplanetary Space एस स्पेस को solar winds से भी जाना जाता हे.हमारा सूरज लगातार charge Iron Particals को emmit करता रहता हे.जोकि काफी घातक होते हे.पर हमें फ़िलहाल चिंता करने की जरूरत नहीं हे क्योकि धरती का Magnatic फील्ड हमारी एन particals से रक्षा करता हे.
सूरज की वे winds कई करोडो किलोमीटर तक travel करते हे.और हमारे सौरमंडल के चारो और बबल जेसी शील्ड बना देती हे. आपको बता दे की ये असल में हमारे सूरज का Atmosphere हे. और इसको हम कहते हे Heliosphere और इसके boundry को Heliopose कहा जाता हे.
और जो जो चीजे heliopose के अन्दर आती हे वो कहलाती हे Interplanetry Space.
और अब इसके बाद शुरू होता हे Intersteller Space ये वो जगह हे जो एक गैलेक्सी में मोजूद तारो के बिच की खाली जगह. यानि वो जगह जो हमारे सूरज और दुसरे तारो के heliospare के पूरी तरह बहार हे.
Intersteller पूरी तरह खली होता हे.और पूरी तरह vaccum से भरा होता हे.
फीर इसके बाद आता हे Intergalactic Space अगर आप ध्यान से पढ़ रहे हे तो आपने ये ध्यान दिया होगा की इसके नाम से ही इसके बारे में पता चलता हे की बहुत से Galixy के बिच की खली जगह.
अब आपको पता चल गया की अन्तरिक्ष क्या हे. पर आप कहोगी सवाल अभी भी वाही हे की क्या हे अन्तरिक्ष और ब्रम्हांड के बिच का अंतर--Difference between Space And Universe
तो इसका जवाब बहुत ही सीधा और आसन हे.और पूरी पोस्ट को ध्यान से अगर आपने पढ़ा हे तो आपको इसका जवाब जरुर मिल गया होंगा.
और अगर नहीं भी समज आया तो कोई दिक्कत नहीं में आपको बाताता हु .
तो अन्तरिक्ष उस खली जगह को कहते हे जो खगोलीय पिंडो,तारो,और galaxy के बिच में होती हे.
पर ब्रम्हांड एस पुरे संसार को कहते हे.जो कुछ भी हम देखते,सुनते और जानते हे वो सब कुछ इसी का एक हिस्सा हे.अन्तरिक्ष तो मात्र इसका एक छोटासा भाग हे.हम अन्तरिक्ष में जहा तक देख सकते हे उसको observal universe कहा जाता हे.जिसमे planates,stars,energy,Black Holes,और भी बहुत कुछ समाया हे.
तो अब उम्मीद हे की आपको अब अन्तरिक्ष और ब्रम्हांड के बिच का अंतर (Difference between Space And Universe) पता चल ही गया होंगा.
तो अगर आपको आज का ये आर्टिकल अच्छा लगा तो please हमें support कीजिये और आप अगर चाहते हे की ईसी तरह की और भी intresting पोस्ट आपको रोजाना पढने को मिले तो daily हमारे साईट पे visit करे
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धन्यवाद....
350 इ पूर्व BCE ग्रीक फिलोसोफेर अरिस स्टोर ने ये कहा था की प्रकुति vaccum के खिलाफ हे.जिसका मतलब हे की पुरि कायनात में कही भी खाली जगह नहीं हे. एस theory को Horror Vacui कहा गया हे.
17 वि शताब्दी में फ्रेंच फिलोसोफेर Rene descartes ने ये कहा था जोकि सिर्फ उनका तर्क था की अन्तरिक्ष जरुर पूरी तरह भरा होंगा. क्योकि vaccum तो हमारे प्रकुति के खिलाफ हे और एसा होना कदाबी संभव नहीं हे.
पर तभी यानि उसी समय में महान और लोकप्रिय Scientist Galileo Galilei ये जानते थे की हवा का भी Mass होता हे और साथ ही में जिस चीज का Mass होता हे उसमे Gravitional Force होता हे.
इन्ही सब बातो से और Galileo Galilei के रिसर्च से उनकेही एक छात्र Evangelista Torricelli ने सन 1633 में एक उपकरण की रचना की जिसका नाम था Mercury barometer जिसका कम ये था की उसके जरिये हम वायुमंडलीय दबाव (Atmosphere pressure) को measure किया जा सकता था.
और साथ ही में फ्रेंच Scientist Blaise Pascal ने ये कहा की जब अगर हवा में Mass हे तो ये जरुर दबाव डालेगा.और Barometer में Mercury अपने स्थान में बना रहेगा.पर कम Atmosphere pressure वाली जगह पर जाने से Barometer में Mercury Colloum छोटा होना चिहिए.
इसी बात का परिक्षण करने के लिए साल 1638 में Florin Perier Barometer को लेकर फ्रांस के एक पर्वत पर चढ़े और उन्होंने ये देखा की उचाई पर जाने से Barometer में Mercury Colloum निचे जा रहा हे.यानि इसका मतलब हे की उचाई पर Atmosphere pressure कम होता हे.
फिर इसके बाद साल 1650 में जर्मन Scientist Otto Von Guericke ने एक खास उपकरण की रचना की जोकि था एक vaccum pump पर लोगो का मानना हे की ये उपकरण इसलिए खास था क्योकि ये प्राचीन भौतिक सिद्धांतो को गलत साबित करने वाला था.
हमने horror vacui में देखा था की प्रकुति में vaccum संभव नहीं हे पर एस उपकरण से ये गलत साबित होता था.और एन्हिकी वजहसे ये पता चला की हमारे पृथ्वी का वायुमंडल इसे एक खोल की तरह घेरे रखता हे.
जिसकी Density उचाई पर जाने से कम होती हे. और एन्हिकी वजह से ये भी पता चला की हमारे धरती और चाँद के बिच की जगह असल में vaccum हे.और ईसी तरह ये साफ हो गया की अन्तरिक्ष असल में vaccum हे और वहा पर कोई वायुमंडल नहीं होता.but वहा पर कुछ मात्रा में अलग अलग पार्टिकल जरुर होते हे.
अन्तरिक्ष यानि वो जगह जो वायुमंडल के बाहर होता हे और खगोलीय पिंडो के बिच होती हे जहा कुछ भी नहीं होता हे.
अब इससे हमें ये साफ साफ पता चल गया की अन्तरिक्ष क्या होता हे.
पर क्या आपको पता हे की अतरिक्ष के भी कुछ अलग अलग rigions हे.
अन्तरिक्ष को कुछ विशेषताओ के आधार पे विभाजित किया गया हे.
जोकि कुछ एस तरह हे सबसे पहले
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ये वो जगह हे जिसमे धरती का उपरी वायुमंडल और Magnatic स्तर आता हे.
हम ये भलीभाती जानते हे की हमारे धरती के सतह से 100 km के उपरसेही अन्तरिक्ष शुरू हो जाता हे.पर हमारा वायुमंडल एससे भी आगे तक दूर दूर तक फैला हुआ हे.
फिर Geospace के बाद से शुरू होती हे CislunarSpace ये वो भाग हे जो धरती के वायुमंडल के बहार से लेकर चाँद तक फैला हुआ हे.
- Interplanetary Space
अब CislunarSpace बाद आता हे Interplanetary Space एस स्पेस को solar winds से भी जाना जाता हे.हमारा सूरज लगातार charge Iron Particals को emmit करता रहता हे.जोकि काफी घातक होते हे.पर हमें फ़िलहाल चिंता करने की जरूरत नहीं हे क्योकि धरती का Magnatic फील्ड हमारी एन particals से रक्षा करता हे.
सूरज की वे winds कई करोडो किलोमीटर तक travel करते हे.और हमारे सौरमंडल के चारो और बबल जेसी शील्ड बना देती हे. आपको बता दे की ये असल में हमारे सूरज का Atmosphere हे. और इसको हम कहते हे Heliosphere और इसके boundry को Heliopose कहा जाता हे.
और जो जो चीजे heliopose के अन्दर आती हे वो कहलाती हे Interplanetry Space.
Solar Wind Difference between Space And Universe |
और अब इसके बाद शुरू होता हे Intersteller Space ये वो जगह हे जो एक गैलेक्सी में मोजूद तारो के बिच की खाली जगह. यानि वो जगह जो हमारे सूरज और दुसरे तारो के heliospare के पूरी तरह बहार हे.
Intersteller पूरी तरह खली होता हे.और पूरी तरह vaccum से भरा होता हे.
- Intergalactic Space
फीर इसके बाद आता हे Intergalactic Space अगर आप ध्यान से पढ़ रहे हे तो आपने ये ध्यान दिया होगा की इसके नाम से ही इसके बारे में पता चलता हे की बहुत से Galixy के बिच की खली जगह.
अब आपको पता चल गया की अन्तरिक्ष क्या हे. पर आप कहोगी सवाल अभी भी वाही हे की क्या हे अन्तरिक्ष और ब्रम्हांड के बिच का अंतर--Difference between Space And Universe
तो इसका जवाब बहुत ही सीधा और आसन हे.और पूरी पोस्ट को ध्यान से अगर आपने पढ़ा हे तो आपको इसका जवाब जरुर मिल गया होंगा.
और अगर नहीं भी समज आया तो कोई दिक्कत नहीं में आपको बाताता हु .
तो अन्तरिक्ष उस खली जगह को कहते हे जो खगोलीय पिंडो,तारो,और galaxy के बिच में होती हे.
पर ब्रम्हांड एस पुरे संसार को कहते हे.जो कुछ भी हम देखते,सुनते और जानते हे वो सब कुछ इसी का एक हिस्सा हे.अन्तरिक्ष तो मात्र इसका एक छोटासा भाग हे.हम अन्तरिक्ष में जहा तक देख सकते हे उसको observal universe कहा जाता हे.जिसमे planates,stars,energy,Black Holes,और भी बहुत कुछ समाया हे.
तो अब उम्मीद हे की आपको अब अन्तरिक्ष और ब्रम्हांड के बिच का अंतर (Difference between Space And Universe) पता चल ही गया होंगा.
तो अगर आपको आज का ये आर्टिकल अच्छा लगा तो please हमें support कीजिये और आप अगर चाहते हे की ईसी तरह की और भी intresting पोस्ट आपको रोजाना पढने को मिले तो daily हमारे साईट पे visit करे
आपको यहाँ पर daily कुछ न कुछ नया जानने को मिलेगा.
और साथ ही आप अगर ये चाहते हे की एस तरह की पोस्ट आपके दोस्त भी पढ़े तो ये आर्टिकल जरुर Share कीजिये.
धन्यवाद....
1 Comments
Bahut hi badhiya likha he aapne
ReplyDeleteKipitup